जुदा हम हो गए माना, मगर ये जान लो, जानाँ
जुदा हम हो गए माना, मगर ये जान लो, जानाँ
कभी मैं याद आऊँ तो चले आना, चले आना
तुम्हें मैं भूल जाऊँगा, ये बातें दिल में ना लाना
कभी मैं याद आऊँ तो चले आना, चले आना
था कौन मेरा? एक तू ही था
साँसों से ज़्यादा जो ज़रूरी था
तेरे लिए मैं कुछ नहीं, लेकिन
मेरे लिए तू मेरा सब कुछ था
"नहीं जाना भुलाकर के," ये बातें तुम ही कहते थे
रहीं ख़ुशियाँ नहीं मेरी, कि तुम भी वक़्त जैसे थे
तुम्हारा था, रहेगा भी, करें क्या, दिल है दीवाना
कभी मैं याद आऊँ तो चले आना, चले आना
मैंने तुम्हारी बात मानी है
मैंने मनाया दिल को है कैसे
अब से रहो तुम ख़ुश, जहाँ भी हो
मेरा-तुम्हारा था भी क्या वैसे?
भले दूरी रहे जितनी निगाहों से निगाहों की
मगर ख़्वाबों की दुनिया में मिलूँगा तुमसे रोज़ाना
यहीं तक था सफ़र अपना, तुम्हें है लौट कर जाना
कभी मैं याद आऊँ तो चले आना, चले आना